करोल बाग हादसा में चार की मौत, 14 लोग घायल; दिल्ली सरकार मृतकों के परिजनों को देगी 10-10 लाख रुपये

नई दिल्ली: मध्य दिल्ली के करोल बाग इलाके के बापा नगर में बुधवार सुबह एक चार मंजिला इमारत भरभरा कर गिर गई। हादसे में एक किशोर समेत चार की मौत हुई है। जबकि घायल 14 लोगों का लेडी हॉर्डिंग समेत दूसरे अस्पतालों में इलाज चल रहा है। मृतकों की पहचान अमन (12 वर्ष), मुकीम (25 वर्ष), मुजीब (18 वर्ष), मोसिन (26 वर्ष) के रूप में हुई है। 25 गज की इमारत की हर मंजिल पर महिलाओं के जूते-चप्पल बनाने की फैक्टरी चल रही थी। इमारत 30 से अधिक वर्ष पुरानी थी और वह काफी जर्जर हालत में थी।
हादसे के वक्त इमारत में 20 लोेग अलग-अलग मंजिल पर काम कर रहे थे। यह सभी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रामपुर, मुरादाबाद और बिहार के रहने वाले थे। मामले में फिलहाल पुलिस लापरवाही से हुई मौत और इमारत का मरम्मत करने में लापरवाही की धारा में रिपोर्ट दर्ज किया है। इमारत का मालिक फरार है और हादसे के बाद से उसका मोबाइल नंबर बंद है। उधर, दिल्ली सरकार ने पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं।
मध्य जिले के पुलिस उपायुक्त एम हर्षवर्धन के अनुसार, प्रसाद नगर थाना पुलिस को इमारत गिरने की सूचना सुबह 09:04 बजे मिली। शुरुआती जानकारी बापा नगर इलाके में चार मंजिला इमारत ढहने और मलबे में कई लोगों के दबने की थी। यह भी पता चला कि हादसे वाली इमारत के बगल वाली इमारत को भी नुकसान पहुंचा है। मौके पर एनडीआरएफ और दिल्ली फायर सर्विस की टीम को भेजा गया और राहत बचाव अभियान शुरू किया गया। इस दौरान कुल 18 लोगों को मलबे से निकाल कर लेडी हार्डिंग व आरएमएल अस्पताल ले जाया गया। जहां पर चार लोगों को मृत घोषित कर दिया गया।
मृतकों की पहचान अमन (12 वर्ष), मुकीम (25 वर्ष), मुजीब (18 वर्ष), मोसिन (26 वर्ष) के रूप में हुई है। ये सभी यूपी के रामपुर जिले के खातानगर गांव के मूल निवासी थे। मुकीम, मुजीब और मोसिन महिलाओं की चप्पल बनाने का काम करते थे। वहीं अमन उनसे मिलने आया था। अधिकारी ने बताया कि मौजूदा समय में 11 लोगों का अस्पताल में उपचार चल रहा है। इसमें से दो की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं, एक को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
25 गज की इस चार मंजिला इमारत के भूतल समेत सभी मंजिल पर फैक्टरी चल रही थी। यह सभी फैक्टरी अलग-अलग लोगों की थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह इमारत इलाके के देव नगर के रहने वाले कुछ लोगों की थी। इसके हर मंजिल को अलग-अलग लोगों को लीज पर दिया गया था। जर्जर इमारत की कभी मरम्मत नहीं हुई थी। चौथी मंजिल पर भी टीन शेड लगाकर फैक्टरी चल रही थी। हादसे के समय इमारत के भूतल को छोड़कर सभी मंजिल गिरे। ऐसे में इमारत में मौजूद लोग नहीं निकल सके।
स्थानीय लोगों ने बताया कि जर्जर इमारत की दीवारों से कई माह से पानी का रिसाव हो रहा था। इसको लेकर कई मरम्मत नहीं कराई गई। हादसे के समय सबसे पहले छतों से प्लास्टर गिरा इसके बाद सभी मंजिल भर भरा कर गिर गया। डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में दिल्ली की भावी मुख्यमंत्री आतिशी पीड़ितों से मिलने पहुंचीं। बताया कि इस घटना में कम से कम 15 लोगों को बचा लिया गया। उनका इलाज आरएमएल अस्पताल में चल रहा है। कुछ लोग लेडी हार्डिंग अस्पताल में भी भर्ती हैं। इस घटना में चार लोगों की जान चली गई है। दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने इस मामले में जिला अधिकारी को जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि मकान गिरने का यह हादसा बेहद दुखद है। जिला अधिकारी को आदेश दिए हैं कि वहां रहने वाले लोगों और पीड़ितों की हर संभव मदद करें, कोई घायल है तो उसका इलाज कराएं और इस हादसे के कारणों का पता लगाएं। हादसे को लेकर निगम मेयर से भी बात की गई है। उन्होंने कहा कि इस साल बहुत बारिश हुई है, सभी दिल्ली वासियों से मेरी अपील है कि निर्माण से जुड़े किसी भी हादसे की कोई भी आशंका हो तो तुरंत प्रशासन और निगम को बताएं।

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