नई दिल्ली: राजधानी में हवा की गति कम होने व दिशा बदलने से आबोहवा गंभीर श्रेणी की दहलीज पर पहुंच गई है। बुधवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 386 दर्ज किया गया। यह बेहद खराब श्रेणी में है। इसमें मंगलवार के मुकाबले 111 सूचकांक की वृद्धि दर्ज की गई।
सुबह के समय आसमान में घनी धुंध के साथ स्मॉग की मोटी चादर छाई नजर आई। प्रदूषण का स्तर बढ़ने से लोगों को आंखों में जलन व सांस लेने में परेशानी महसूस हुई। ऐसे में लोग अपने घरों से मास्क पहनकर बाहर निकले। सबसे अधिक परेशानी सांस के मरीजों और बच्चों को हुई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि शनिवार तक हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंचने का अनुमान है।
डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (डीएसएस) के मुताबिक वेंटिलेशन इंडेक्स 700 घन मीटर प्रति सेकंड रही। 24 घंटे के भीतर वेंटिलेशन इंडेक्स 2000 घन मीटर प्रति सेकंड रहने का अनुमान है। साथ ही, मिक्सिंग डेप्थ 950 मीटर दर्ज की गई। वहीं, भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक बुधवार को हवाएं उत्तर-पूर्व दिशा की ओर से चली। इस दौरान हवा की गति छह किलोमीटर प्रतिघंटे रही। बृहस्पतिवार को हवाएं उत्तर दिशा से चलने का अनुमान है।
इस दौरान हवा चार किलोमीटर प्रतिघंटे से चलेंगी। वहीं, शुक्रवार को हवाएं उत्तर दिशा की ओर से चलेंगी। हवा की चाल चार किलोमीटर प्रतिघंटे रहने का अनुमान है। शनिवार को हवा उत्तर-पश्चिम दिशा से चलेगी। इस दौरान हवा की चाल छह किमी प्रतिघंटे रहने का अनुमान है। वहीं, सुबह के समय स्मॉग के साथ हल्की धुंध छाए रहने की आशंका है। ऐसे में हवा बेहद खराब श्रेणी में बरकरार रहेगी।
गंभीर श्रेणी की दहलीज पर पहुंची आबोहवा, AQI 386 दर्ज; आंखों में जलन व सांस लेने में परेशानी
