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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: 288 सीटों के लिए चुनावी मैदान में 4140 प्रत्याशी

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: 288 सीटों के लिए चुनावी मैदान में 4140 प्रत्याशी

मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए कुल 4,140 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। सोमवार को नामांकन वापस लेने की समय सीमा समाप्त होने के बाद एक चुनाव अधिकारी ने यह जानकारी दी। मतदान 20 नवंबर को एक चरण में होंगे। नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। चुनाव अधिकारियों ने बताया कि 288 सीटों के लिए हमें 7,078 मान्य नामांकन पत्र प्राप्त हुए थे। इनमें से 2,938 उम्मीदवारों ने नामांकन वापस ले लिया। जिसके बाद 4,140 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। यह संख्या 2019 में 3,239 उम्मीदवारों की तुलना में 28 फीसदी अधिक है।
कांग्रेस की उम्मीदवार मधुरिमा राजे छत्रपति ने कोल्हापुर उत्तर सीट पर अपना नामांकन वापस ले लिया। जिससे पार्टी को निराशा हाथ लगी। वहीं, भाजपा गोपाल शेट्टी को मुंबई की बोरिवली सीट पर टिकट वापस लेने के लिए मनाने में सफल रही। मुंबई की माहिम सीट से शिवसेना के उम्मीदवार सदा सरवणकर ने पार्टी नेतृत्व के दबाव के बावजूद अपना नामांकन वापस नहीं लिया। माहिम सीट पर सदा सरवणकर का मनसे प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं, जिन्हें भाजपा का समर्थन हासिल है। भाजपा महायुति गठबंधन का हिस्सा है, जिसमें एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राकांपा शामिल हैं। कोल्हापुर में सतेज पाटिल ने मधुरिमा राजे छत्रपति के चुनाव से पीछे हटने पर नाराजगी जताई। इससे कांग्रेस को पश्चि महाराष्ट्र के एक मजबूत क्षेत्र में अपना प्रतिनिधित्व खोना पड़ा है। पाटिल ने कहा, अगर उनमें साहस नहीं था तो उन्हें चुनाव नहीं लड़ना चाहिए था। मैं अपनी ताकत दिखाता। अहिल्यानगर की श्रीगोंडा सीट पर भाजपा की उम्मीदवार प्रतिभा पाचपुते ने भी अपना नामांकन वापस लिया और अपने बेटे विक्रम सिंह पाचपुते के लिए नामांकन पत्र जमा किया। विक्रम सिंह राज्य भाजपा युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष हैं। पूर्व सांसद ने बोरीवली से एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन वापस लिया। उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार संजय उपाध्याय का समर्थन करने की घोषणा की। शेट्टी ने 2014 और 2019 में मुंबई उत्तर लोकसभा सीट पर चार लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की थी। भाजपा ने पुणे जिले की चिंचवाड़ सीट पर बागी नेता नाना काते को अपना नामांकन वापस लेने के लिए मनाने में सफल रही। जिससे पार्टी के उम्मीदवार शंकर जगदाप के लिए इस सीट पर पार्टी के अंदर का विवाद समाप्त हो गया। शंकर जगताप का मुकाबला राकांपा (शरदचंद्र पवार) के राहुल कलाटे से होगा।
अहिल्यानगर जिले की शिरडी सीट पर भाजपा के उम्मीदवार राधाकृष्णन विखे पाटिल अपने पार्टी के साथी राजेंद्र पिपाड़े को नामांकन वापस लेने के लिए मनाने में असफल रहे। पिपाडे ने उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ बातचीत के बाद भी अपना नामांकन वापस लेने से इनकार किया।
पुणे से कांग्रेस के लिए अच्छी खबर आई, जब मुख्तारक शेख ने कस्बा पेठ सीट से अपना नामांकन वापस ले लिया और पार्टी के उम्मीदवार रविंद्र ढांगेकर का समर्थन करने का एलान किया। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बताया कि कांग्रेस के सात बागियों ने सोमवार को अपना नामांकन वापस लिया। इनमें नासिक मध्य से हेमलता पाटिल, बायकुल से मधु चव्हाण और नंदुरबार से विष्णु वालवी शामिल हैं। शिवसेना के उम्मीदवार राजश्री अहेरराव ने देवलाली और धनराज महाले ने दिंडोरी (जिला नासिक) से अपने नामांकन वापस ले लिए। शरद पवार की अगुवाई वाली पार्टी के पदाधिकारियों के मुताबिक, नाम वापस लेने की समयसीमा खत्म होने के बाद केवल दो राकांपा (शरदचंद्र पवार) बागी चुनावी मैदान में हैं। भाजपा 148 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जबकि उसने अपने सहयोगियों को चार सीटें दी हैं। उसकी महायुति सहयोगी राकांपा 52 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 80 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम जारी किए थे। लेकिन नाम वापसी के बाद संख्या को लेकर भ्रम पैदा हो गया है। कांग्रेस 102 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा (शरदचंद्र पवार) 87 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जबकि उसने भाकपा को दो सीटें दी हैं। शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवारों की सटीक संख्या उपलब्ध नहीं है।

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