मायावती ने आकाश में फिर से भरी ताकत, यूपी की सियासत में भी दिखेगा दखल; बिहार चुनाव में होगा आकलन

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी में आकाश आनंद की रविवार को दमदार वापसी हो गई। बसपा सुप्रीमो मायावती ने नई दिल्ली में आयोजित ऑल इंडिया बैठक में आकाश को चीफ नेशनल कोआर्डिनेटर बनाने की घोषणा की। खास बात है कि इस बार आकाश को अधिक जिम्मेदारी दी गई है। वह देश भर में पार्टी कार्यक्रमों को आगे बढ़ाएंगे। उनका यूपी की सियासत में भी दखल बढ़ेगा। इस दौरान मायावती ने बिहार विधानसभा चुनाव अकेले दम पर लड़ने की घोषणा भी की। आकाश आनंद की ताकत का अंदाजा इस चुनाव में भी देखने को मिलेगा।
हालांकि बसपा सुप्रीमो ने आकाश को हिदायत दी कि वह पार्टी व मूवमेंट के हित में सावधानी बरतते हुए काम करें। उन्होंने यूपी और उत्तराखंड सरकार पर जनविरोधी रवैया व मनमानी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विकास से ज्यादा विध्वंस से कानून के राज का अभाव होे रहा है। बिजली, पानी, सड़क, सफाई व न्याय पाने की व्यवस्था बदहाल है। बसपा ही लोगों की उम्मीदों की एकमात्र किरण है। उन्होंने कहा कि सरकार जातिवादी व सांप्रदायिक तत्वों पर भी लगाम कसे, जो अपनी विषैली भाषा व हरकतों से माहौल बिगाड़ने में लगे हैं। इसके अलावा महात्मा बुद्ध और डाॅ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा का अनादर करने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए।
बसपा सुप्रीमो ने ’ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए केंद्र सरकार की परिपक्वता और सेना की सराहना करते हुए कहा कि सरकार आतंकी-निरोधक उपाय भी करे, ताकि सिंदूर बचाने का दायित्व निभाया जा सके। पाकिस्तान की परमाणु ब्लैकमेलिंग नहीं सहना उचित कदम है। कश्मीर मुद्दे पर अमेरिका या अन्य किसी तीसरे पक्ष की दखल स्वीकार नहीं करने की नीति पर अमल करते रहना जरूरी है। सेना ने पाकिस्तान को उसकी भाषा में सबक सिखाया है। अब सरकार की जिम्मेदारी है कि वह आतंकी घटनाएं किसी भी कीमत पर नहीं होने दे। साथ ही, विदेश सचिव और सेना की महिला अफसर के बारे में अशोभनीय टिप्पणी करने वाले मध्य प्रदेश के मंत्री पर सख्त कार्रवाई करे। उन्होंने सपा के वरिष्ठ नेता द्वारा भी सेना को जाति में बांटने के प्रयास को दुर्भाग्यपूर्ण व निंदनीय करार देते हुए कहा कि सेना के पराक्रम को लेकर उल्लास की आड़ में राजनीति नहीं करनी चाहिए।
बसपा सुप्रीमो ने पार्टी के कार्यक्रमों में व्यवस्था व अनुशासन आदि के लिए भी अपनी पार्टी के वर्दीधारी बहुजन वालंटियर फोर्स (बीवीएफ) को पहले की तरह ही संगठित करने और इस्तेमाल करने का निर्देश भी दिया। उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि महापुरुषों के अनादर और दलित उत्पीड़न के मामलों में पीड़ित परिवारों से मिलकर उन्हें सांत्वना दें और सरकार से दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई कराने के प्रयास जारी रखें।

Leave a comment