नीट-यूजी में नकल और धोखाधड़ी पर लगेगी लगाम, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जारी किया नया प्लेटफॉर्म

नई दिल्ली: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने शनिवार को मेडिकल एंट्रेंस परीक्षा नीट-यूजी के संदिग्ध मामलों की रिपोर्ट करने के लिए एक नया प्लेटफॉर्म लॉन्च किया। एनटीए अधिकारियों के अनुसार, यह कदम पिछले साल हुई परीक्षा में कथित पेपर लीक जैसी अनियमितताओं के बाद उठाया गया है, ताकि इस बार ऐसे मामलों को रोका जा सके।
इसके साथ ही राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी ने अभ्यर्थियों को यह भी सलाह दी है कि वे उन अनैतिक तत्वों के बहकावे में न आएं जो गलत कामों में लिप्त हैं तथा झूठे दावों के जरिए अभ्यर्थियों को धोखा देने का प्रयास करते हैं। इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से उम्मीदवार किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट कर सकते हैं। रिपोर्ट करने के लिए तीन प्रमुख श्रेणियां तय की गई हैं:
अवैध वेबसाइट्स या सोशल मीडिया अकाउंट्स जो नीट प्रश्नपत्र का दावा करते हैं।
वे व्यक्ति जो परीक्षा सामग्री का दावा करते हैं। वे व्यक्ति जो एनटीए या सरकारी अधिकारियों के रूप में खुद को प्रस्तुत करते हैं और धोखाधड़ी करने की कोशिश करते हैं।
एनटीए के डायरेक्टर जनरल, प्रदीप सिंह खरोल ने कहा कि यह रिपोर्टिंग फॉर्म काफी सरल है, जिसमें उम्मीदवार को उस गतिविधि के बारे में विवरण देना होगा, जिसमें उसने धोखाधड़ी देखी हो, साथ ही वह घटना कब और कहां हुई, इसकी जानकारी भी देनी होगी। उम्मीदवारों को यह भी विकल्प मिलेगा कि वे अपनी रिपोर्ट के साथ सहायक फाइल भी अपलोड कर सकें।
यह पहल ‘पब्लिक एग्जामिनेशंस (प्रिवेंशन ऑफ अनफेयर मीन्स) एक्ट, 2024’ के तहत की जा रही है, जो सार्वजनिक परीक्षाओं में नकल और धोखाधड़ी को खत्म करने और उम्मीदवारों के भविष्य की रक्षा करने का उद्देश्य रखता है। नीट-यूजी की परीक्षा 4 मई को आयोजित की जाएगी। एनटीए ने उम्मीदवारों से अपील की है कि वे किसी भी धोखाधड़ी या संदिग्ध गतिविधि से बचें और इसकी सूचना इस नए प्लेटफॉर्म के माध्यम से दें।

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