पीएम शहबाज ने फिर छेड़ा कश्मीर राग, भारत के साथ शांति वार्ता की गुहार भी लगाई

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक बार फिर भारत के साथ वार्ता की गुहार लगाई है। हालांकि यह भी जोड़ा कि कश्मीर समेत सभी लंबित मुद्दों पर बात होनी चाहिए। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत के हमलों में मारे गए पाकिस्तानी सैनिकों के लिए देश भर में आयोजित धन्यवाद दिवस (यौम ए तशाकुर) के मौके पर शहबाज ने कहा, भारत और पाकिस्तान ने तीन युद्ध लड़े और इससे कुछ हासिल नहीं हुआ।
शहबाज ने संघर्ष में साथ देने के लिए अपने दोस्त देशों को धन्यवाद दिया और संघर्ष विराम करवाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को खासतौर पर शुक्रिया कहा। शहबाज ने इसके साथ ही यह धमकी भी दी कि यदि उसकी सीमाओं का फिर से अतिक्रमण किया गया तो पाकिस्तान पूरी ताकत से जवाब देगा। धन्यवाद दिवस के मौके पर पाकिस्तानी सेना के मारे गए सैनिकों को इस्लामाबाद में 31 और राज्यों की राजधानियों में 21 तोपों की सलामी दी गई।
शहबाज भले ही वार्ता की बात कर रहे हों लेकिन भारत ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान से अब सिर्फ पीओके और आतंकवाद पर ही बात होगी। जबतक आतंकवाद पर रोक नहीं लगती तब तक पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि भी स्थगित ही रहेगी। पाकिस्तान की असली चिंता अभी यही संधि है क्योंकि भले ही भारत अभी पानी को स्थायी रूप से नहीं रोक सकता लेकिन एक द्विपक्षीय संधि की स्थिति में पाकिस्तान के सिर पर हमेशा पानी नहीं मिलने का खतरा मंडराता रहेगा।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने परमाणु हथियारों को लेकर उठ रहे सवालों पर सफाई दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने कहा, भारत तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहा है और अपनी आक्रमकता को न्यायोचित ठहरा रहा है। वह पाकिस्तान के परमाणु संपत्तियों को लेकर भी अनावश्यक संदेह पैदा कर रहा है। पाकिस्तान एक जिम्मेदार देश है जो सीजफायर को लेकर प्रतिबद्ध है और तनाव कम करने और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए जरूरी कदम उठा रहा है।

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