हिसार/पानीपत। पाकिस्तान के लिए जासूसी मामले में गिरफ्तार यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की जासूसी गतिविधियों के राजफाश अब एक-एक करके होने लगे हैं। उससे एनआईए और इंडियन आईबी की टीमें पूछताछ कर रही हैं। जांच एजेंसियों को पूछताछ के दौरान कई ठोस साक्ष्य हाथ लगे हैं। पूछताछ में यह सामने आया है कि मार्च में आखिरी बार ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान हाई कमीशन के अधिकारी दानिश से मिली थी। उसके बाद चैट होती रहती थी। ज्योति के पहलगाम जाने के बाद हुए हमले को लेकर जांच जारी है और एनआईए उसे पहलगाम ले जा सकती है।
वहीं, जासूसी रैकेट की कई कड़ियां आपस में जुड़ी हैं और रैकेट के नए माड्यूल का पता चला है। हालिया जांच के अनुसार, ज्योति मल्होत्रा ने बांग्लादेश के वीजा के लिए आवेदन किया था। इसमें उसने अपने अस्थाई पता (एड्रेस) के तौर पर बांग्लादेश की राजधानी ढाका के उत्तरा एरिया दर्ज किया था।
हालांकि वीजा आवेदन पत्र पर तारीख नहीं है। जांच दल का मानना है कि उनकी यात्रा बांग्लादेशी आपरेटिव के साथ जुड़ने के लिए थी, जो वीडियो शूट के बहाने थी। एजेंसी के अनुसार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई जासूसी का बांग्लादेश माड्यूल खड़ा कर रही है। इसमें भारत में सक्रिय उनके जासूसों को इसके ऑपरेटर से जोड़ा जा रहा है। एजेंसी व पुलिस अब इस एंगल पर जांच कर रही है कि ज्योति इन्हीं आपरेटर से संपर्क के लिए बांग्लादेश जा रही थी।
वहीं, रिमांड अवधि पूरी होने के बाद वीरवार को पुलिस ज्योति को अदालत में पेश करेगी। इसके बाद पुलिस या जांच एजेंसी उसे रिमांड पर ले सकती है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि अभी तक मोबाइल फोन और लैपटॉप के डाटा की रिपोर्ट नहीं आई है।
ज्योति के पहलगाम जाने के बाद हुआ था हमला, जांच में जुटी NIA; हाथ लगे कई सबूत
